दरअसल क्रिकेट के बारे में मेरा ज्ञान भी किसी आम भारतीयों के जैसा ही है.इसलिए जब भी क्रिकेट का जिक्र होता है तो सचिन तेंदुलकर ,महेंद्र सिंह धोनी और दूसरे टीम मेम्बर का ही नाम ध्यान आता था.आज फ़ाइनल मैच में पहेली बार साउथ अफ्रीका के क्रिकेट खिलाडी और भारतीय टीम के कोच और गुरु गैरी क्रिस्टन का नाम आया तो पता चला की सक्षम गुरु क्या नहीं करवा सकता है .परदे के पीछे रह कर बिना किसी लालच के गैर्री आपने जो काम किया है हम भारतीय आपके आभारी है और आने वाले अनेक वर्षो तक आपका गुण गान करते रहेंगे .
गुरु गोविन्द दोनों खड़े काके लागों पाएं
बलि हारी गैरी आपने वर्ड कप दिओ जिताय.
अनेक बधाई भारत को ,भारतीयों को और टीम भारत को ,
अजय सिंह "एकल"
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