मौन प्रार्थना जल्दी पहुँचती हैं गुरु तक
क्यों की मुक्त होतीं हैं शब्दों के बोझ से।
सलाह गलत हो सकती है, साथ नहीं"
मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को
हर नजर में मुमकिन नहीं है, बेगुनाह रहना,
कभी मत मिलाईयेगा !!
क्योंकि मेरा व्यक्तिव मै हूँ और मेरा
व्यवहार आप पर निर्भर करता है.!
वादा ये करें की खुद,की नजर में बेदाग रहें।
यहाँ सब खामोश हैं, कोई आवाज़ नहीं करता,
बोल के सच, कोई किसी को नाराज़ नहीं करता..!!
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